उत्तर प्रदेश के आगरा में ई एस आई हॉस्पिटल में इलाज करने के बजाय मरीज को इमरजेंसी में भेजा जाता है ई एस आई हॉस्पिटल रात
उत्तर प्रदेश के आगरा में ई एस आई हॉस्पिटल में इलाज करने के बजाय मरीज को इमरजेंसी में भेजा जाता है ई एस आई हॉस्पिटल रात्रि में कोई भी डॉक्टर या कंपाउंडर नहीं रहते हैं कर्मचारी राज्य बीमा योजना जिसे संगठित क्षेत्र में 'कर्मचारियों' को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए और उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के किया गया है लेकिन क्या कर्मचारियों के और उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा देखभाल हो पाता है तो इसका जवाब है नहीं यहां सिर्फ और सिर्फ उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा देखभाल के नाम पर गुमराह किया जाता है और अंत में डॉक्टर नहीं होने की बात कह कर मरीज को इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जाता है और मरीज के परिवार से ये लिखवाया जाता हैं की मैं अपनी स्वेच्छा से अपने मरीज को ले जा रहा हूं